This explainer is more than 90 days old. Some of the information might be out of date or no longer relevant. Browse our homepage for up to date content or request information about a specific topic from our team of scientists.
This article has been translated from its original language. Please reach out if you have any feedback on the translation.
बच्चों व किशोरों को आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमत कोई भी कोविड-19 टीका उपलब्ध होते ही लिए जाने की सलाह दी जाती है। वैश्विक रूप से फाइजर के टीके को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक कोविड-19 के टीके उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इस आबादी के लिए सुरक्षा परीक्षण चल रहे हैं।
बच्चों व किशोरों को आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमत कोई भी कोविड-19 टीका उपलब्ध होते ही लिए जाने की सलाह दी जाती है। वैश्विक रूप से फाइजर के टीके को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक कोविड-19 के टीके उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इस आबादी के लिए सुरक्षा परीक्षण चल रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन, अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और रोग नियंत्रण और रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) सहित कई स्वास्थ्य प्राधिकरण अनुशंसा करते हैं कि बच्चों व किशोरों को उनकी उम्र समूह के लिए उपलब्ध होते ही आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमत कोई भी कोविड-19 टीका दिया जाना चाहिए।
वैश्विक रूप से फाइजर के टीके को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। इस टीके को 3 सप्ताह के अंतराल पर, दो खुराकों में दिया जाता है। दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद बच्चों को पूरी तरह से टीका लगा हुआ माना जाता है। फाइजर का टीका बचपन के अन्य टीकों के साथ सुरक्षित रूप से दिया जा सकता है। 23 जुलाई, 2021 को यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी (ईएमए) की मानव औषधि समिति ने 12-17 वर्ष के बीच के बच्चों में मॉडर्ना टीके के आपातकालीन उपयोग को अधिकृत किया, जिसे स्पाइकवैक्स भी कहा जाता है।
आमतौर पर, बच्चों को फाइजर टीका लगने के बाद वयस्कों के समान हल्के दुष्प्रभाव का अनुभव होता है। इनमें थकान, हल्का बुखार, मांसपेशियों में दर्द और टीके वाली जगह पर दर्द होना शामिल हैं।
मायोकार्डिटिस, या हृदय की सूजन के दुर्लभ मामले, अप्रैल 2021 से सीडीसी को सूचित किए गए हैं। अधिकतर पुष्ट मामले 16 साल या उससे अधिक उम्र के पुरुषों में mRNA कोविड-19 टीके (फाइजर या मॉडर्ना) की दूसरी खुराक के बाद तीन दिनों के भीतर हुए हैं। 12-29 वर्ष की आयु के पुरुषों में यह दर 40.6 मामले प्रति दस लाख दूसरी खुराक थी। उसी आयु वर्ग की महिलाओं में यह प्रति दस लाख दूसरी खुराक पर 4.2 थी।
मायोकार्डिटिस के लक्षणों में सीने में दर्द, दिल की धड़कन और सांस की परेशानी शामिल हैं। ज़्यादातर मामले हल्के थे और जल्दी हल हो गए। इससे कोई मौतें नहीं जुड़ी हैं। जुलाई 2021 तक, टीकाकरण अभ्यासों पर सीडीसी की सलाहकार समिति सलाह देती है कि टीके के लाभ हृदय की समस्याओं के जोखिम से अधिक हैं। ईएमए की सिफारिशें सीडीसी के अनुरूप हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन, अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और रोग नियंत्रण और रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) सहित कई स्वास्थ्य प्राधिकरण अनुशंसा करते हैं कि बच्चों व किशोरों को उनकी उम्र समूह के लिए उपलब्ध होते ही आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमत कोई भी कोविड-19 टीका दिया जाना चाहिए।
वैश्विक रूप से फाइजर के टीके को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। इस टीके को 3 सप्ताह के अंतराल पर, दो खुराकों में दिया जाता है। दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद बच्चों को पूरी तरह से टीका लगा हुआ माना जाता है। फाइजर का टीका बचपन के अन्य टीकों के साथ सुरक्षित रूप से दिया जा सकता है। 23 जुलाई, 2021 को यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी (ईएमए) की मानव औषधि समिति ने 12-17 वर्ष के बीच के बच्चों में मॉडर्ना टीके के आपातकालीन उपयोग को अधिकृत किया, जिसे स्पाइकवैक्स भी कहा जाता है।
आमतौर पर, बच्चों को फाइजर टीका लगने के बाद वयस्कों के समान हल्के दुष्प्रभाव का अनुभव होता है। इनमें थकान, हल्का बुखार, मांसपेशियों में दर्द और टीके वाली जगह पर दर्द होना शामिल हैं।
मायोकार्डिटिस, या हृदय की सूजन के दुर्लभ मामले, अप्रैल 2021 से सीडीसी को सूचित किए गए हैं। अधिकतर पुष्ट मामले 16 साल या उससे अधिक उम्र के पुरुषों में mRNA कोविड-19 टीके (फाइजर या मॉडर्ना) की दूसरी खुराक के बाद तीन दिनों के भीतर हुए हैं। 12-29 वर्ष की आयु के पुरुषों में यह दर 40.6 मामले प्रति दस लाख दूसरी खुराक थी। उसी आयु वर्ग की महिलाओं में यह प्रति दस लाख दूसरी खुराक पर 4.2 थी।
मायोकार्डिटिस के लक्षणों में सीने में दर्द, दिल की धड़कन और सांस की परेशानी शामिल हैं। ज़्यादातर मामले हल्के थे और जल्दी हल हो गए। इससे कोई मौतें नहीं जुड़ी हैं। जुलाई 2021 तक, टीकाकरण अभ्यासों पर सीडीसी की सलाहकार समिति सलाह देती है कि टीके के लाभ हृदय की समस्याओं के जोखिम से अधिक हैं। ईएमए की सिफारिशें सीडीसी के अनुरूप हैं।
मई 2021 में कनाडा 12-15 साल के बच्चों के बीच आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर के टीके को अधिकृत करने वाला पहला देश बन गया। फाइजर के टीके को इस आबादी के लिए यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, ईएमए, चिली इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, जापान हेल्थ मिनिस्ट्री और फिलीपींस के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा उस महीने के अंत में हरी झंडी मिली थी। जून 2021 के दौरान, सिंगापुर, चीन, इज़राइल, दुबई और ब्राजील ने 12-15 वर्ष की आयु के बच्चों को फाइजर के टीके देना शुरू किया।
ध्यान देने वाली बात यह है कि यूरोपीय संघ में अनुज्ञा प्रशासन से अलग है। इस आबादी के लिए कोविड-19 टीके को जारी करने का कार्यक्रम यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों के विवेक द्वारा निर्धारित किया जाता है। उदाहरण के लिए, फ्रांस ने 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों का टीकाकरण शुरू कर दिया है, लेकिन स्पेन अगस्त के मध्य में टीकाकरण की पेशकश शुरू करने की उम्मीद कर रहा है।
12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक कोविड-19 के टीके उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इस आबादी के लिए सुरक्षा परीक्षण चल रहे हैं। शोधकर्ता प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करने के लिए ज़रूरी सबसे छोटी खुराक का मूल्यांकन कर रहे हैं। क्योंकि छोटे बच्चे विकास के महत्वपूर्ण चरणों से गुजर रहे होते हैं, वैज्ञानिक उनके विकास पर कोविड-19 टीकों के दीर्घकालिक प्रभावों का मूल्यांकन करने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि 6 महीने व उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीके 2021 के अंत या 2022 की शुरुआत में उपलब्ध हो जाएंगे। जिन बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है या टीका लेने के लिए बहुत छोटे हैं, उनसे शारीरिक दूरी, मास्क पहनना और हाथ धोने जैसे रोकथाम वाले उपायों को जारी रखने का आग्रह किया जाता है।
मई 2021 में कनाडा 12-15 साल के बच्चों के बीच आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर के टीके को अधिकृत करने वाला पहला देश बन गया। फाइजर के टीके को इस आबादी के लिए यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, ईएमए, चिली इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, जापान हेल्थ मिनिस्ट्री और फिलीपींस के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा उस महीने के अंत में हरी झंडी मिली थी। जून 2021 के दौरान, सिंगापुर, चीन, इज़राइल, दुबई और ब्राजील ने 12-15 वर्ष की आयु के बच्चों को फाइजर के टीके देना शुरू किया।
ध्यान देने वाली बात यह है कि यूरोपीय संघ में अनुज्ञा प्रशासन से अलग है। इस आबादी के लिए कोविड-19 टीके को जारी करने का कार्यक्रम यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों के विवेक द्वारा निर्धारित किया जाता है। उदाहरण के लिए, फ्रांस ने 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों का टीकाकरण शुरू कर दिया है, लेकिन स्पेन अगस्त के मध्य में टीकाकरण की पेशकश शुरू करने की उम्मीद कर रहा है।
12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक कोविड-19 के टीके उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इस आबादी के लिए सुरक्षा परीक्षण चल रहे हैं। शोधकर्ता प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करने के लिए ज़रूरी सबसे छोटी खुराक का मूल्यांकन कर रहे हैं। क्योंकि छोटे बच्चे विकास के महत्वपूर्ण चरणों से गुजर रहे होते हैं, वैज्ञानिक उनके विकास पर कोविड-19 टीकों के दीर्घकालिक प्रभावों का मूल्यांकन करने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि 6 महीने व उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीके 2021 के अंत या 2022 की शुरुआत में उपलब्ध हो जाएंगे। जिन बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है या टीका लेने के लिए बहुत छोटे हैं, उनसे शारीरिक दूरी, मास्क पहनना और हाथ धोने जैसे रोकथाम वाले उपायों को जारी रखने का आग्रह किया जाता है।